कोरोना वायरस (Coronavrus) से बचना है तो सबसे पहले आपको अपनी इम्युनिटी (Immunity) स्ट्रांग करनी होगी. एक अमेरिकी अध्ययन के अनुसार वायरस से लड़ने की कोई भी कोशिश विटामिन-ई (Vitamin-E) के बिना अधूरी है. ‘टी-लिम्फोसाइट’ नाम की प्रतिरोधक कोशिकाओं के उत्पादन के लिए सबसे जरूरी यह विटामिन ट्राउट मछली, लाल शिमला मिर्च, बादाम में भरपूर मात्रा में मिलता है.
विटामिन ई की जरूरत हमें कई तरह के रोगों से लड़ने के लिए होती है. विटामिन ई बालों (Hair) के साथ-साथ स्किन (Skin) पर झुर्रियों से छुटकारा दिलाने में भी काफी फायदेमंद माना जाता है. मुख्य शोधकर्ता एलिजाबेथ सोमर के मुताबिक ‘टी-लिम्फोसाइट’ दो तरह की होती हैं- ‘रेगुलेटरी’ और ‘साइटॉक्सिक’. ‘रेगुलेटरी’ बाहरी तत्वों के शरीर में प्रवेश करने पर एंटीबॉडी का उत्पादन करती हैं. वहीं, ‘साइटॉक्सिक’ बैक्टीरिया और वायरस (Virus) से संक्रमित कोशिकाओं को खत्म कर देती है.
बुजुर्ग और अधेड़ उम्र के लोग विटामिन-ई युक्त आहार लेकर रोग-प्रतिरोधक तंत्र को एक बार फिर ज्यादा मात्रा में टी-कोशिकाओं के उत्पादन के लिए प्रेरित कर सकते हैं.
विटामिन ई की कमी से होती हैं ये बीमारियां
1. बॉडी में ऑक्सीजन कमी.
2. कोलेस्ट्रोल कंट्रोल में नहीं रहता.
3. स्किन की समस्याएं.
4. मानसिक विकार.
5. इम्युनिटी का कमजोर होना.
सेहत को मिलेंगे ये फायदे-
1.बुढ़ापा जल्दी नहीं आता.
2.आंखों के लिए फायदेमंद.
3.मानसिक रोगों में लाभकारी
4.हर्ट अटैक, स्ट्रोक का खतरा कम
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किसे कितनी आवश्यकता
आयु वर्ग दैनिक आवश्यकता
-0 से 6 माह 4 मिलीग्राम
-7 से 12 माह 5 मिलीग्राम
-1 से 3 साल 6 मिलीग्राम
-4 से 8 साल 7 मिलीग्राम
-9 से 13 साल 11 मिलीग्राम
-14 साल से ऊपर 15 मिलीग्राम
-स्तनपान कराने वाली महिलाएं 19 मिलीग्राम